मनुष्य को सत्य मार्ग पर चलना चाहिए, सत्य कर्मों से ही वह सफल हो पता
भास्कर न्यूज
ब्यूरो चीफ अनुपम कुमार की रिपोर्ट
बाराबंकी l मनुष्य को सत्य मार्ग पर चलना चाहिए, सत्य कर्मों से ही वह सफल हो पता है,
मनुष्य को सत्य मार्ग पर चलना चाहिए, सत्य कर्मों से ही वह सफल हो पता है, जिस प्रकार से सच्ची भक्ति भावना से मनुष्य को ईश्वर की प्रति हो जाती है ।
उसी प्रकार सही- कार्य करने से मनुष्य का जीवन सफल हो जाता है ।
उक्त बातें श्रीमद् भागवत कथा महापुराण को अयोध्या से पधार कर आए कथा व्यास पंडित आशीष शुक्ला जी महाराज ने कोटवा सड़क निमही माता जी के मंदिर के प्रांगण पर पांचवें दिन कहीं।
आगे कथा व्यास आशीष शुक्ला ने बताया कि श्री राम का चरित्र आदर्श है उनके चरित्र को अपना कर मोक्ष की प्राप्ति कर सकते है पिता पुत्र व पति के रूप में उन्होंने समाज के सामने एक आदर्श प्रस्तुत कियाहै। कथा का विस्तार देते हुए कहा कि होनहार विरवान के होत चीकने पात, की कहावत उन पर चरितार्थ थी, बचपन में ही वह अपने कार्यों से तीनों माता के दुलारे थे ,जब भगवान श्री राम को अपने साथ यज्ञ में ले जाने के लिए गुरु विश्वामित्र जी ने राजा दशरथ से कहा तो वह काफी सोच में पड़ गए उनका मानना था कि मेरा भोला राम वन में राक्षसों से कैसे युद्ध कर पाएगा ।
सभी माताए भी द्रवित हो उठी एक शिष्य के रूप में पूरी तत्परता व लगन के साथ गुरु की सेवा की बाबा गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा है कि प्रात काल उठि के रघुनाथा मात पिता गुरु नावहि माथा ,उनके जब एक तीर में ताड़का वध हो गया ,।
तब राक्षसों में खलबली मच गई कि प्रतिदिन राम व लखन अपने गुरु की सेवा करते संध्या बंदन करते और उनके पैर दबाते थे।
कथा सुना कर भक्तों को भाव विभोर कर दिया भक्त तांडी बजाने के लिए मजबूर हो गये । विशेष कृपा गुरुदेव स्वर्गीय पंडित अरुण कुमार तिवारी जी महाराज की रही , इस अवसर पर पर अपर जिला जज दिनेश कुमार मिश्रा लखनऊ, कथा के मुख्य जजमान सुरेश कुमार जायसवाल पत्नी मुन्नी जायसवाल , पूर्व डी डी सी बिन्नू जायसवाल,
पूर्व प्रधान प्रीती जायसवाल अजय कुमार ,अनुपम जायसवाल, राकेश कुमार जायसवाल, विकास जायसवाल शरद कुमार, अनूप, अरविंद, अंशु, राजा, आदि तमाम जायसवाल परिवार व क्षेत्र के नागरिक मौजूद रहे।