विवादित स्थल की हो रही खुदाई के समय निकला दफनाए गए बच्चे के मृत शरीर का अवशेष , ग्रामीणों में रोष
-ग्रामीणों ने कहा कि यह स्थान पिछले लंबे समय से शमशान भूमि के रूप में किया जाता रहा है प्रयोग , किंतु पुलिस ने कोर्ट आदेश का हवाला दे करा दिया शांत
भास्कर न्यूज एजेंसी : –
रिपोर्टर – जयपालसिंह यादव
कायमगंज /फर्रुखाबाद
प्रकरण कायमगंज से अचरा जाने वाले मार्ग पर स्थित गांव सत्तारनगर के पास का है । यहां कल ही न्यायालय आदेश पर अधिकारियों तथा पुलिस की मौजूदगी में ग्रामीणों के भारी विरोध के बावजूद भी कब्जा दिला दिया गया था । इस स्थल पर निहास भरने के लिए जेसीबी से खुदाई का काम चल रहा था । खुदाई करते समय जेसीबी मशीन की फाल में उलझ कर पहले कभी दफनाए एक बच्चे के मृत शरीर का अवशेष बाहर निकल आया । यह बात क्षेत्र में तेजी से फैल गई । बस क्या था कि गांव सत्तारनगर सहित पड़ोसी गांव ग्रामों के लोग वहां जमा हो गए । उन्होंने कहा कि हम लोगों ने पहले ही बताया था कि यह जगह मरघट के रूप में विगत कई वर्षों से उपयोग में लाई जाती रही है । ग्रामीणों का यह भी कहना था कि कोर्ट आदेश पर कब्जा भी गलत नाप जोख करके दिलाया जा रहा है ।क्योंकि जिसके नाम से कब्जा दिलाया जा रहा है उन संतोष दिवाकर की जगह इस शमशान भूमि से पिछले भाग बाली है । लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई । अब मृत बच्चे के शरीर के अवशेष भाग निकलने से जगह शमशान भूमि की होना भी साबित हो रहा है ।
कायमगंज-अचरा मार्ग स्थित सत्तानगर गांव के पास मंगलवार को 29 डिसमिल भूमि पर कोर्ट के आदेश के तहत कब्जा दिलाया गया था। इस दौरान विरोध के बावजूद पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में चिन्हांकन कर नींव खुदाई कराई गई थी। ग्रामीणों ने इस भूमि को शमशान घाट बताते हुए विरोध जताया और मामला एसडीएम कोर्ट में विचाराधीन होने का दावा किया। बुधवार सुबह इस विवाद में नया मोड़ तब आ गया, जब खुदाई की गई जगह से एक शिशु का अवशेष मिलने की खबर से क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया । कुछ ही देर में गांव इनायतनगर, झब्बूपुर, लटूरनगर, पितौरा, सुभानपुर गांवऔर सत्तानगर समेत कई गांवों के लोग मौके पर जमा गए। ग्रामीणों का कहना था कि यह स्थान वर्षों से मरघट के रूप में उपयोग होता रहा है और यहां बच्चों के शव दफनाकर अंतिम संस्कार किया जाता रहा है । इस सनसनी खेज प्रकरण की जानकारी मिलते ही नवांगतुक प्रभारी निरीक्षक अनुराग मिश्र पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई कोर्ट के आदेश के पर हो रही है । यदि किसी को आपत्ति है तो वह सक्षम न्यायालय में वाद दायर कर सकता है । उस पर जैसा न्यायालय से आदेश दिया जाए, उसका पालन कराया जायेगा । फिलहाल कब्जा कार्यवाही नहीं रोकी जा सकती । मिले शरीर के अवशेष वाले शिशु के परिजन मौके पर नहीं पहुंचे। ग्राम प्रधान पति अनिल कुमार और मझोला ग्राम प्रधान के पुत्र अभिषेक शाक्य ने भी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया । लेकिन कुछ लोग अड़े रहे। इस बीच, मंडी चौकी प्रभारी अवधेश कुमार ने ग्रामीणों को चेतावनी दी कि यदि कोर्ट के आदेश में कोई दखल देगा तो कार्रवाई की जाएगी। काफी देर तक ग्रामीणों को समझा-बुझा कर मामला शांत होने पर मिले मृत शिशु के शरीर के अवशेष को दूसरी जगह दफना दिया गया। आज फिर पुलिस बल की मौजूदगी में भले ही मामला शांत करा दिया गया । किन्तु फिर भी ग्रामीणों में आक्रोश दिखाई दे रहा था ।