विश्व शक्ति बना देश तो हिन्दी बनेगी विश्व भाषा
कायमगंज / फर्रुखाबाद
एच ओ अकेडमी विद्यालय में निबन्ध वाद विवाद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हिन्दी भाषा दिवस मनाया गया । प्रतियोगी छात्रों को पुरुस्कृत कर उनका उत्साह वर्धन किया ।
समारोह अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो० रामबाबू मिश्र ने कहा कि हिन्दी स्वतंत्र सम्प्रभु राष्ट्र भारत की अस्मिता की प्रतीक है । विज्ञान और तकनीकी के इस दौर में हिन्दी भाषा अंग्रेजी का स्थान लेने में सक्षम है । विश्व शक्ति बनने की स्थिति में भारत की हिन्दी विश्व भाषा बनेंगी । प्रधानाचार्य शिवकांत शुक्ला ने सुझाव दिया कि क्षेत्रीय भाषाओं को देवनागरी लिपि में लिखा जाए । उन्होंने कहा कि पं० अटल बिहारी वाजपेई के बाद प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व मंचों पर हिन्दी में भाषण दे हिन्दी भाषा का महत्व बढ़ाया है। कार्यक्रम अवसर पर ख्यातिलब्ध गीतकार पवन वाथम ने हिन्दी भाषा के महत्व को परिलक्षित करने वाले प्रेरणा दायी गीत सुनाकर लोगों को हिन्दी का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया । साकेत मिश्रा व अंकित मिश्रा के आयोजन में आयोजित कार्यक्रम में वीएस तिवारी, शिक्षक विपिन पाठक, ने भी विचार व्यक्त किए । इस अवसर पर अजीत शाक्य, सौरव चर्तुवेदी, अनमोल ठाकुर, मीना, रीता शर्मा, गोल्डी , आसमी व आशमी -2, दिव्या पाल, अंशिका गुप्ता, हितेश मिश्रा, कुंती देवी, गुड्डी देवी , बबलू , शाहिद आदि मौजूद रहे ।
इनसैट : –
आजादी के अठहत्तर साल बाद भी हिन्दी भाषा के साथ दोयम दर्जे का सलूक
जयपाल सिंह यादव
कायमगंज : –
हिन्दुस्तान में हर वर्ष चौदह सितम्बर को हिन्दी दिवस मनाया जाता है लेकिन हमारे देश का संविधान आजादी के अठहत्तर साल बाद भी हिन्दी भाषा को वह स्थान नहीं दिला पाया जिसकी वह अधिकारी है। यह बिचार एक लिखित प्रेस नोट जारी कर राजकिशोर शुक्ल ने कहा कि आज के दिन हम राष्ट्र भाषा हिन्दी दिवस मनाने का ढोंग तो खूब करते हैं । लेकिन देश की संसद और न्यायपालिका में हिन्दी भाषा बोलने में अपनी तौहीन समझते हैं ।,यह राष्ट्र भाषा हिन्दी का अपमान नहीं तो और क्या है। सोशल मीडिया में भी अब हिन्दी का चलन खूब बढ़ता जा रहा है। हमारे देश के प्रधानमंत्री भी विदेशों में जाकर हिन्दी में भाषण देकर राष्ट्र भाषा हिन्दी के गौरव को बढ़ावा दे रहे हैं। इसलिए सच्चे अर्थों में हिन्दी को राष्ट्रभाषा का दर्जा तभी मिलेगा । जब देश की संसद में, न्यायपालिका में, चिकित्सा और कानून की पढ़ाई हिन्दी भाषा में तथा बैंकिंग आदि की सेवाओं में पूरी तरह हिन्दी भाषा का प्रयोग किया जायेगा।
विश्व शक्ति बना देश तो हिन्दी बनेगी विश्व भाषा
27