चारा मशीन से कटे किशोर के दोनों हाथ – हालत गंभीर
भास्कर ब्यूरो
रिपोर्टर जयपाल सिंह यादव
कायमगंज / फर्रुखाबाद12 अक्टूबर
शासन द्वारा बाल श्रम पर कानूनी रूप से प्रतिबंध लगाया गया है । प्रतिबंध का मुख्य कारण भी बच्चों की शिक्षा तथा स्वास्थ्य मानकर इस नियम को कड़ाई से पालन करने का शासकीय आदेश काफी पहले से ही जारी किया जा चुका है । किन्तु फिर भी ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र के अधिकांश परिवारों में पारिवारिक परिस्थिति एवं भरण पोषण की समस्या के चलते दस से बारह या पन्द्रह या इससे कुछ अधिक आयु के बच्चे अपने परिवारीजनों का उनके काम में हाथ बटाकर थोडी बहुत मदद करते ही हैं । वास्तव में यदि देखा जाए साथ ही ऐशे परिवारों की आर्थिक स्थिति को समझा जाए तो बच्चों द्वारा काम करने में मदद पहुंचाना उनकी मजबूरी ही मुख्य रूप से दिखाई देगी । शौक तो अपवाद स्वरूप ही हो सकती है । खैर जो भी हो आज कोतवाली कायमगंज क्षेत्र के गांव रानीपुर गौर में एक अत्यंत दर्दनाक घटना घटित हुई । जिसे देख कर हर किसी की आह निकल जा रही थी । इस गांव के निवासी ब्रजेश का 13 वर्षीय बेटा आयुष पालतू जानवरों के लिए चारा बाली मशीन पर चारा खंदाई (कुटाई ) करने के लिए मौख लगा रहा था । मशीन का गड़ासी लगा पहिया तेजी से घूम रहा था । उसी समय मौख लगा रहे किशोर का ध्यान भटक गया । असावधानी होते ही बेचारे के दोनों हाथ चकई से दबकर गाडासे के सामने पहुंचते ही कट गए । जिससे गंभीर रूप से घायल हो गए किशोर की चीख निकल गई । किसी तरह मशीन को रोककर किशोर को बाहर निकाल कर लहूलुहान हालत में उसे सीएचसी लाया गया । जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखकर ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक ने उसे डा० राममनोहर लोहिया अस्पताल फर्रुखाबाद के लिए रेफर कर दिया । अचानक घटी दर्दनाक घटना से पूरा परिवार परेशान है ।