लखनऊ में रिटायर्ड एडिशनल जज की बेटी प्रीति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है। 10वीं मंजिल से गिरने के कारण शव क्षत-विक्षत हो गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हेड इंजरी बताई जा रही है। मृतका के पिता ने दामाद पर हत्या का आरोप लगाया है।
पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है। आरोपी पति पुलिस की हिरासत में है। प्रीति की मौत की जांच हत्या और आत्महत्या के एंगल पर की जा रही है।
घटना से कुछ देर पहले करीब 3:30 बजे प्रीति अपने दोनों बच्चों के साथ में सोसाइटी में टहल रही थी। सोसाइटी में काम करने वाले लोगों का कहना है, कि वह इस दौरान स्वस्थ लग रही थी। इसके बाद वह दोनों बच्चों के साथ लिफ्ट से अपने फ्लैट में गईं।
यहां से करीब 5 बजकर 16 मिनट पर वह लिफ्ट से 10वीं मंजिल पर पहुंचकर छत पर चली जाती हैं। थोड़ी देर बाद यानी 5 बजकर 20 मिनट पर गिरने की आवाज आती है। करीब चार फीट की रेलिंग से कोई गिर नहीं सकता है।
ऐसे में सवाल उठता है कि 3.30 बजे से करीब सवा पांच बजे तक उन घंटों में ऐसा क्या हुआ कि अचानक प्रीति ने ऐसा कदम उठाया? वह 10 मंजिल पर क्यों गई? इस बीच उसने किसी से क्या बात की थी?
सोसायटी के कार्डिनेटर सांवलिया सिंह बताते हैं कि मृतका के बड़े बेटे ने बताया कि मम्मी छोटे भाई का चप्पल लेने के लिए घर से बाहर निकली थीं। वहीं, सोसायटी के CCTV फुटेज देखने और पति रविंद्र कुमार द्विवेदी के बैंक में होने के कारण ऐसा लग रहा कि रविंद्र कुमार द्विवेदी ने उसको धक्का नहीं दिया है।
लेकिन क्या प्रीति को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर उसे ऐसा करने के लिए उकसाया गया? यह जांच का विषय है। पुलिस की जांच की जा रही है, जो भी फैक्ट होगा, सामने आना चाहिए।