गोपाष्टमी अवसर पर गायों की पूजा कर खिलाया गुड तथा चारा
भास्कर न्यूज : –
रिपोर्टर जयपाल सिंह यादव
कायमगंज / फर्रुखाबाद
गोधन सदियों से भारतवर्ष में मान्य तथा पूजनीय रहा है इसीलिए गाय को यहां गौ माता कहा जाता है । वैसे भी जब आधुनिक मशीनों जैसी सुविधा नहीं थी -तो दूध दही घी मक्खन के लिए गाय सबसे उपयुक्त तथा लाभकारी रही है । और आज तक इसकी यह वस्तुएं
मानव जीवन के लिए स्वास्थ्यवर्धक मानी जाती हैं । इसके अलावा प्राचीन काल से लेकर अब से लगभग 30 से 40 वर्ष पूर्व तक गाय के बछड़े बैल के रूप में खेती के लिए प्रमुख रूप से उपयोगी रहे हैं । जैसे तमाम कारणों के चलते गाय को आर्थिक रूप से मानव के लिए संपन्नता का प्रतीक माना जाता रहा है । जैसे तमाम मान्य एवं पारंपरिक मान्यताओं के अनुरूप आज गोपाष्टमी के दिन नगर तथा ग्रामीण क्षेत्र में धर्म प्रेमियों एवं पशुपालकों ने गाय का पूजन कर इसे पर्व के रूप में मनाया । इस शुभ अवसर पर नगर के बडी देवी मंदिर के पास स्थित गौशाला में , गौशाला समित कमेटी के पदाधिकारी अनिल अग्रवाल, योगाचार्य श्रध्दानंद, नीरज अग्रवाल , कुलदीप भारद्वाज , हिजाम नेता प्रदीप कुमार सक्सेना, आदि ने हवन पूजन कर प्रसाद के रूप में खीर बाँटी । साथ ही गायों का तिलक कर उन्हें खीर – गुड एवं नरम हरा चारा खिलाया ।
गोपाष्टमी अवसर पर गायों की पूजा कर खिलाया गुड तथा चारा
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