भोगनीपुर डिवीजन में अधिशाषी अभियंता राकेश कुमार की दबंगई चरम सीमा पर
इटावा- भोगनीपुर प्रखंड निचली गंगा नहर के अधिशाषी अभियंता राकेश कुमार की ऑफिस में इस कदर दबंगई है कि कुछ गिने चुने लोगों को छोड़ कर कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं है लेकिन जब किसी चीज की हद हों जाए तो विस्फोट निश्चित है आज जब सभी महिला स्टाफ तथा कुछ फोर्थ क्लास स्टाफ उक्त अधिशाषी अभियंता राकेश कुमार से मिलने गया और अपनी बात रखनी चाही तो वो भड़क गया और महिलाओं को गाली गलौज करते हुए अपने खासम खाश कैशियर सुनील कुमार से इनको धक्का मारकर ऑफिस से बाहर निकालने का आदेश देता है उसी वक्त महिलाओं तथा स्टाफ नोंक झोंक शुरू हो गई अधिशाषी अभियंता की बतदमीजी और गाली गलौज के चलते हेड क्लर्क कार्य वाहक प्रशासनिक अधिकारी श्री मती पुष्पा राजन बेहोश हो गई और अपनी कुर्सी से नीचे गिर गई जिन्हें स्टाफ ने आनन फानन में जिला अस्पताल के इमरजेंसी में भर्ती कराया गया जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है ।
अधिशाषी अभियंता के इस बदतमीजी रवैया से समस्त स्टाफ धरना प्रदर्शन करने को मजबूर है ।स्टाफ के लोगों ने बताया कि अधिशाषी अभियंता एक दबंग किस्म का व्यक्ति है जो आए दिन स्टाफ से दबंगई करता है दबंगई के चलते ही इन्होंने अभी हाल ही में बिना ट्रांसफर सीजन के पांच से सात कर्मचारियों का ट्रांसफर किया था जिससे क्षुब्ध फोर्थ क्लास के कर्मचारी इनसे नाराज थे सूत्रों से दबी जबान लोग ये भी कह रहे है कि सिर्फ धनउगाही के लिए बिना सीजन के ट्रांसफर किए गए हैं ।
सूत्रों से ये भी पता चला है कि प्रधान सहायक पुष्पा राजन जो कि अभी तीन माह पहिले ही इटावा डिवीजन से भोगनीपुर डिवीजन में ट्रांसफर होकर पहुंची थी और इन तीन महीने में परेशान करने की नियत से तीसरी बार पटल परिवर्तन किया गया जो नियमानुसार सरासर गलत है वहीं अपनी बात कहने को लेकर अधिशाषी अभियंता के पास गई होगी जिसे केशियर के द्वारा धक्का मारकर बाहर निकालने को कहते है।
वहां के स्टाफ ने कई राज भी उजागर किए हैं सूत्रों की माने तो अधिशाषी अभियंता अपने प्राइवेट ड्राइवर तथा कैशियर के बल पर दबंगई करता है क्योंकि अधिशाषी अभियंता राकेश कुमार का प्राइवेट गाड़ी का ड्राइवर आशुतोष कुमार यादव उर्फ सोनू लोकल स्तर से है ड्राइवर की आड़ में ठेकेदारी करता है अपनी कई फर्मों के जरिए फर्जी पेमेंट कराता है जिसका अच्छा खासा कमीशन अधिशाषी अभियंता को देता है । नाम न छापने की शर्त पर एक महिला कर्मचारी ने यह भी बताया कि ऑफिस का एक चपरासी माधव सिंह नाम का जो आए दिन ऑफिस में शराब पीकर आता है और महिला स्टाफ से फब्तियां कसता है अधिकारी उसे नहीं हटाता जानबूझकर उसे यहां रखे हुए है।
सभी महिलाएं और स्टाफ उनसे परेशान है माधव सिंह दारू पीकर ड्यूटी करता करता हुआ आए दिन नजर आता है। ये भी पता चला है कि भोगनीपुर डिवीजन में 10 वर्षों से एक ही सीट पर कार्यरत कैशियर सुनील कुमार का अभी तीन चार माह पहिले प्रशासनिक आधार पर इटावा डिवीजन में ट्रांसफर हुआ था जो मात्र 100 मीटर की दूरी पर था चूंकि वो कैशियर और ठेकेदारी अनुबंध जैसे कमाऊ पटल सीट छोड़ना नहीं चाह रहा था लेकिन अधिशाषी अभियंता के रहमो करम और उच्चाधिकारियों की साठ गांठ से पुनः फिर भोगनीपुर डिवीजन में ही अटैचमेंट करवा लिया और तो और अधिशाषी अभियंता राकेश कुमार ने पुनः कैशियर और ठेकेदारी अनुबंध का पटल सीट भी थमा दी ।क्यों कि कमाऊ पूत सभी को प्यारा होता है। ऐसे भ्रष्ट अधिकारी पर जिलाधिकारी क्या कार्यवाही करते है क्या अधीक्षण अभियंता संज्ञान लेकर क्या कार्यवाही करते हैं ये समय बताएगा।