भास्कर न्यूज़ संवाददाता
23 फरवरी 2025
हरदोई (लक्ष्मीकान्त पाठक)मानव उत्थान सेवा समिति श्री हंस योग आश्रम हरदोई निकट सिविल लाइन तहसील के सामने डाकखाना रोड परिसर से नशा मुक्ति जन जागरण यात्रा निकली गयी! यात्रा को भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन,समाजसेवी राजवर्धन सिंह राजू व् श्री हंस योग आश्रम हरदोई प्रभारी महात्मा सुदासानन्द ने हरी झंडी देकर रवाना किया!यह यात्रा श्री हंस योग आश्रम हरदोई निकट रोडवेज बस स्टैंड नुमाइश चौराहा कोतवाली शहर से चलकर बड़ा चौराहा,रामदत्त चौराहा,भूसा मंडी चौराहा,छोटा चौराहा,मुन्नेमिया चौराहा,धर्मशाला रोड,सिनेमा चौराहा,सोल्जर बोर्ड चौराहा,घंटाघर रोड होते हुए श्री हंस योग आश्रम हरदोई परिसर में यात्रा पहुचकर एक महान सत्संग सामरोह में परिवर्तित हो गयी!
यात्रा में चल रहे भाई बहन स्लोगन पट्टी लिए जो होगा नशे का आदी,उसके जीवन की होगी बर्बादी,जन जन तक यह सन्देश पहुचना है!नशे को हाथ भी नहीं लगाना है!जो नशे को गले लगाता है!वह मौत को पास बुलाता है!क्यों होते हो तुम बदनाम,बंद करो तुम नशे का पान,जन जन जागरूकता फैलाना है!सबको नशा मुक्त बनाना है!जैसे नारे लगाकर लोगो को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया!
भाजपा के जिला अध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन ने कहा कि मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा चलाए जा रहे नशा छोड़ो अभियान बहुत ही सराहनीय कार्यक्रम है!नशे का शिकार युवा विशेषकर किशोर अवस्था के बच्चे होते है!और इनको समाजिक तौर पर मार्गदर्शन करके सुधार किया जा सकता है!
तभी महात्मा सुदासानन्द ने अपने संबोधन में कहा कि आजकल के तनाव पूर्ण जीवन से छुटकारा पाने के लिए व्यक्ति नशे की ओर बढ़ रहा है!तभी कहा गया है!नशा अंगशराब कर उतर जात प्रभात नाम खुमारी नानका चढ़ी रहे दिन रात!!हमें प्रभु के नाम का सहारा लेने की जरूरत है!ताकि हम नशे की आवश्कता से मुक्त हो सके!और हमारे जीवन का उत्थान हो सके इश्वर के ध्यान से हमें भौतिक ताप नहीं सताते है!हम विषम परिस्थितियों में बिना विचलित हुए अपने सामाजिक कर्तव्य का निर्वहन करने में सक्षम हो जाते है!और हमारे श्री गुरु महाराज जी का भी यही सन्देश है। इस मौके पर विमलेश शिवम् गुप्ता बिहारीलाल,रामदीन दिनकर,राम स्वरूप,जगतपाल रामचन्द्र चक्रपाल,राजाराम,अमरीश कुमार,नितेश,प्रेमा चौरसिया,शिवानी वर्मा,पाविता मिश्र,उषा, सूरजमुखी उर्मिला चौरसिया प्रान्ती शर्मा सहित सैकड़ो श्रद्धालु भक्तगन मौजूद रहे!