सरकार व प्रशासन के विकास के दावे फेल, 4माह बाद के बाद भी नहीं हो सका बाढ़ से बही आगमपुर पुलिया का निर्माण
संकरे पैंटून पुल की वजह से आज त्योहार पर लगी किमी की लम्बी जाम
हरदोई। विकास के बड़े बड़े दावे करने वाली सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ के निर्देशो की प्रशासनिक अधिकारी कैसे हवा निकालते हैं इसकी बानगी आज शाहाबाद पाली मार्ग पर दिखाई दी।गत 14जुलाई में गर्रा नदी में आयी भंयकर बाढ़ से आगमपुर के निकट पुलिया पानी में बह गयी पुलिया बह जाने से पाली शाहाबाद मार्ग पर आवागमन बंद हो गया। जिसके कारण जहां छोटे बच्चे महीनों स्कूल नहीं जा सके वहीं तमाम आबादी शाहाबाद तहसील मुख्यालय जाने के लिए तरसती रही। बड़ी मुश्किल से जैसे तैसे पीडब्ल्यूडी विभाग नींद से जागा उसने आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग के रूप में पैंटून पुल बनाकर छोटे वाहनों के लिए व्यवस्था शुरू करा दी।बड़े वाहनों के लिए व्यवस्था ठप ही रही। वैकल्पिक मार्ग बनाने केक्षबाद पीडब्ल्यूडी विभाग फिर कुम्भकरणी नींद में सो गया।जिसका परिणाम यह हुआ कि 4माह गुजरने के बाद भी पुलिया का निर्माण कार्य शुरू नहीं कराया जा सका।आज भाई दूज के त्योहार की वजह से तमाम लोगो के इस मार्ग से निकलने के कारण रोड पर भारी जम लग गया।जाम मुरीदापुर से लेकर परेली तक लगभग 2किमी तक लगा रहा।घन्टो फंसे रहने के बाद लोग जैसे तैसे जाम से निकल कर अपने गंतव्य की ओर जा सके। टूटी पुलिया की वजह से जहां रोडवेज बसों का संचालन बन्द है। जिसके कारण दिल्ली जयपुर जाने वाली सवारियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वहीं रोडवेज का राजस्व प्रभावित हुआ है।पाली से शाहाबाद जाने के लिए ट्रैक्टर, डाला आदि को करीब 30 किमी का चक्कर काटना पड़ रहा है। जिसके कारण लोगों का समय व पैसा दोनों बरबाद हो रहा है। लेकिन देवतुल्य जनता कहने वाले नेता कहां चले गये जिन्हें यह समस्या शायद दिखाई नहीं दे रही है। यदि दिखाई दे रही है तो इस पर काम करना नहीं चाह रहे हैं। शायद इसीलिए इस क्षैत्र की जनता यह कष्ट भोगने को मजबूर हैं।