Home उत्तर प्रदेश संबैधानिक व्यवस्था में आस्था का आवाह्वान कर मारिया आलम ने कराया बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती समारोह का शुभारम्भ

संबैधानिक व्यवस्था में आस्था का आवाह्वान कर मारिया आलम ने कराया बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती समारोह का शुभारम्भ

by admin
0 comment

सुदूर क्षेत्र के गांव में आयोजित कार्यक्रम में उमड़ी भीड़ – गगन भेदी उद्घोष से जीवंत दिखाई दिया संविधान शिल्पी का जयंती समारोह
भास्कर न्यूज एजेंसी –
( तहसील रिपोर्टर – जयपालसिंह यादव की रिपोर्ट )
कायमगंज / फर्रुखाबाद
सुदूर ग्रामीण क्षेत्र कायमगंज में स्थित गाँव कटिया तथा मऊ रशीदाबाद में संविधान शिल्पी बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के जयंती समारोह अवसर पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा थी । कार्यक्रम की मुख्य अतिथि बरिष्ठ सपा नेत्री / प्रमुख समाज सेवी मारिया आलम के आयोजन स्थल पर पहुंचते ही मौजूद हर तबके के लोगों ने खुशी व्यक्त कर उन्हें हाथों हाथ ले मुख्य अतिथि की सीट पर पहुंचाया । इसके तुरन्त बाद मेडम मारिया ने बाबा साहब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर समारोह का शुभारम्भ कराया । वहां मौजूद ग्रामीणों के साथ मिलकर उन्होंने शोभायात्रा में भाग लिया । निश्चित कार्यक्रम के मुताबिक जनसभा का आयोजन किया गया । सभी ने बाबा साहब डा० भीमराव अम्बेडकर की विशाल पंडाल में भव्य रूप से सज्जित प्रतिमा पर पुष्प एवं फूलमालाएँ चढ़ाकर उन्हें नमन किया । आयोजित जयंती समारोह जनसभा को संबोधित करते हुए मारिया आलम ने कहा कि हमारे देश भारत की सबसे बड़ी एवं सर्वोत्तम धरोहर जिसे बाबा जैसे महान विधिवेत्ता शिल्प कार द्वारा तैयार किया गया है । वह है हमारा भारतीय संविधान इसलिए हम सभी को संवैधानिक व्यवस्था में अटूट आस्था रखते हुए बाबा साहब के द्वारा दिए मार्ग दर्शन के अनुसार देश की एकता अखंडता एवं संवैधानिक पवित्रता के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए । उन्होंने उपस्थित विशाल जनसमुदाय का आवाहन करते हुए कहा कि बाबा साहब द्वारा दिया गया संविधान ही हम सभी देश वासियों के मौलिक अधिकारों का सशक्त माध्यम है । बाबा साहब को अलौकिक बुद्धिमत्ता का शिखर पुरुष बताते हुए उन्होंने कहा कि हमारा संविधान ही है जो विना धर्म जाति भाषा का भेद किए सभी देश वासियों को समान अधिकार प्राप्त कराता है । शायद इसीलिए बाबा साहब ने कहा था कि -* मेरे प्रिय अनुयाइयों मैं तुम्हें तुम्हारीआजादी के लिए एक मशाल दे रहा हूँ – यदि इसकी रोशनी को और अधिक रोशन ना कर सको – तो कम से कम इस मशाल की रोशनी को मंद मत होने देना* यह कहने का उनका आशय यही था कि भविष्य में संविधान तथा उसकी गरिमा को बनाए रखने से ही आपका भविष्य सुखद रह सकेगा । मेडम मारिया ने अपने उद्बोधन में बहुत सरल वा सहज लहजे में उपस्थित जनसमुदाय से अपील कर संवैधानिक व्यवस्था में पूर्ण आस्था रखने एवं संविधान की रक्षा हेतु आपसी सहमति बनाए रखते हुए सदैव तत्पर रहने का आवाहन किया । जयंती समारोह स्थल कटिया तथा मऊरसीदाबाद दोनों जगह उमड़ा जनसमूह रह रह कर – बाबा साहब का गगन भेदी जयघोष कर श्रृद्धा व्यक्त कर रहा था । इस अवसर पर आमिर खान , डा० कृपाल, महेश , पूर्व प्रधान कैसर खाँ , धर्मेन्द्र, डा० अनिल, नरेश शर्मा, अंतराम , शहबुल मास्टर , मुरसलीन, चाँद मियाँ , कुलदीप गौतम , लालू यादव, मुफ्ती मुजाहिद , भुट्टो खान, आदिल खान, अरवाज खान , दिनेश कुमार वाथम , बबलू, रुखसार खान, आदि भारी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र का महिलाएँ पुरुष तथा युवा उपस्थित रहे ।

You may also like

Leave a Comment

Bhaskar News Agency cover a wide subjects, including not limited to fashion, lifestyle, health, politics, business, Entertainment, sports, science

Laest News

Copyright@ 2024 Bhaskarnewsagency. All Rights Reserved. Designed  by  CodexFly Technology