हरदोई (लक्ष्मीकान्त पाठक)आज रसखान प्रेक्षागृह में सभापति अवनीश कुमार सिंह व समिति के अन्य सदस्यों की गरिमामयी उपस्थिति में उत्तर प्रदेश विधान परिषद की दैवीय आपदा प्रबंधन जाँच समिति की कार्यशाला का आयोजन किया गया। समिति के सभापति ने अन्य सदस्यों उमेश द्विवेदी, रामसूरत राजभर व अंगद सिंह के साथ प्रेक्षागृह पहुंचकर आपदा प्रबंधन पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। सभापति ने इस दौरान प्रतीकात्मक रूप से दो किसानों को फसल बीमा योजना योजना के भुगतान का स्वीकृति पत्र व दो किसानों को स्प्रे मशीन भेंट की। कार्यशाला का औपचारिक उदघाटन सभापति व अन्य सदस्यों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यशाला के दौरान सभापति अवनीश कुमार सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि दैवीय आपदा प्रबंधन जाँच समिति का दौरा लोगों के लिए उपयोगी साबित हुआ है। लोगों को विभिन्न आपदा सहायता योजनाओं की जानकारी मिली है। उन्होंने विभिन्न ग्राम प्रधानों से आपदा से निपटने के तरीकों पर संवाद किया। उन्होंने दामिनी व सचेत ऐप के बारे में प्रधानों से पूछा। उन्होंने कहा कि दामिनी ऐप डाऊनलोड कर आकाशीय बिजली गिरने आदि की घटनाओं की जानकारी मिल सकती है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन काफ़ी संवेदनशील है। जनप्रतिनिधि प्रशासन के साथ समन्वय कर अपने गाँव में संभावित आपदा के सम्बन्ध में जागरूकता कार्यशाला का आयोजन कराये। आपदा के जोखिम न्यूनीकरण व पुनर्वास के बारे में जानें। दैवीय आपदा की वेबसाइट पर जाकर सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त की जा सकती है।आपदा को रोकने के लिए जनप्रतिनिधि व अधिकारी आपस में बैठकर दीर्घकालिक योजना बना सकते हैं। सभी मिलकर अपने भविष्य की पीढ़ी के भविष्य को उज्जवल बनायें। सरकार प्रभावित क्षेत्र में प्राथमिक विद्यालयों की मरम्मत के लिए सहायता देती है। समिति के सदस्य उमेश द्विवेदी ने कहा कि लोग आपदा के दौरान विभिन्न सरकारी सहायता योजनाओं के बारे में जानें। सर्पदंश से मृत्यु के मामले में पोस्टमार्टम अवश्य करवाया जाये ताकि सहायता राशि प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि सरकार ने बाढ़ से प्रभावित कृषि भूमि पर गाद हटाने के लिए सहायता दी जाती है। इस सहायता योजना के बारे में जानें और प्रभावित पात्र लोग आवेदन करें। सभी लोग आपदा की स्थिति में प्रभावित लोगों के साथ खड़े हों। समिति के सदस्य अंगद सिंह ने कहा कि सभी स्थानीय जनप्रतिनिधि दैवीय आपदा के दौरान प्रभावितों के साथ खड़े हों। उन्होंने प्रेक्षागृह से ही कंट्रोल रूम के नम्बर पर फोन मिलाया और बात की। नम्बर सक्रिय पाए जाने पर उन्होंने जिलाधिकारी व उनकी टीम की सराहना की। उन्होंने कहा कि किसी आपदा के मामले में सम्बंधित नंबरों पर फोन करें। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने कहा कि दैवीय आपदा से ग्रामों के प्रधान, सचिव, लेखपाल, स्वास्थ्य व पशुपालन विभाग के लोगों के प्रशिक्षण से आपदा के प्रभावों को कम किया जा सकेगा। जिलाधिकारी ने विस्तार से आपदा प्रभावित लोगों को मिलने वाली सहायता के बारे में बताया। उन्होंने स्टेट हेल्पलाइन 1070 व जिला स्तर पर बनाये गए कंट्रोल रूम के नंबरों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आपदा के मामले में बाढ़/ राहत कंट्रोल रूम नम्बर 05852-299155, 299156, 299157 पर कॉल किया जा सकता है। मोबाइल नम्बर 9454416606 पर भी संपर्क किया जा सकता है। ग्राम सचिवालय पर आपदा के सम्बन्ध में जानकारी पर आधारित पेंटिंग करायी जाएगी। पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने कहा कि हेलमेट पहनकर व अन्य सुरक्षात्मक उपाय अपनाकर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सकती है। कोई भी शराब पीकर वाहन न चलाये। कार्यशाला में सम्बंधित विभागीय अधिकारियों ने अपने अपने विभागों के आपदा प्रबंधन में योगदान व योजनाओं की जानकारी दी। डॉ पंकज मिश्रा ने आपदा के दौरान प्राथमिक चिकित्सा के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सौम्या गुरूरानी, अपर जिलाधिकारी प्रियंका सिंह, नगर मजिस्ट्रेट सुनील कुमार त्रिवेदी, अपर पुलिस अधीक्षक मार्तण्ड प्रकाश सिंह व अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
हरदोई में दैवीय आपदा से सम्बंधित जागरूकता कार्यशाला का हुआ आयोजन
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