भास्कर न्यूज
ब्यूरो चीफ अनुपम कुमार की रिपोर्ट
राम सनेही घाट बाराबंकी l
रबी सीजन में ज्यादातर किसानों ने खेत की खेती की है। गेहूं की खेती में किसानों को दावा है, सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खेत बनाती है। इस साल एक कीमत मंडी में दुकानों से भी ऊपर लंबे समय से चल रही है। जिससे किसानों को लाभ ही लाभ होता है। लेकिन विकिपीडिया की सूची से लेकर कटिंग तक बहुत मेहनत से तैयार किया गया है।
ग्राम नारायण सभापुर भुड़ेहरी के किसान बलराम शुक्ल ने बताया कि अभी किसान मिट्टी की कटाई में लगे हुए हैं। लकड़ी की कटाई के लिए मजदूर नहीं मिलते। हमने देखा कि गेंहू की फसल बोई थी जो फसल बहुत ही अच्छी तैयार हुई है।
अबकी पहली बार ब्रीडर बाइंडर मशीन की जानकारी के बारे में जानकारी दी गई और बोले गए पर ला कर मीटिंग की फसल की कटाई शुरू हो गई। जिसमें एक शानदार का खर्चा 500 रुपये आता है और एक दिन में लगभग दो लॉज की फ़ार्मल मशीन काटती है। जो बाइबिल दस दिन का काम एक ही दिन में हो जाता है।
श्रमिक भी नहीं मिल रहे हैं श्रमिक की लागत अधिक आ रही है।
भट्टी कटर रीपर
मशीन एक कमाल की मशीन है। वेज कटर का काम बहुत आसान और जल्दी पूरा होता है। इस मशीन की मदद से किसान चार दिन का काम 1 घंटे में पूरा कर सकता है। मशीन में किसानों की लागत भी कम होती है। एक इलेक्ट्रोलाइटिक प्लांट में चार पौधे की जमीन की फसल की कटाई होती है। इतना ही नहीं फसल काटने वाला और काटने का काम भी करता है। जिसके बाद किसान फसल को आसानी से किसी भी सुरक्षित जगह पर रख सकते हैं।