भास्कर न्यूज़ एजेंसी (लखनऊ)
09 नबम्बर 2024
लखनऊ में एक प्राइवेट हॉस्पिटल में बेहोशी का इंजेक्शन लगाने से 10 साल के बच्चे की मौत हो गई। ऑपरेशन के बाद होश नहीं आया तो बच्चे को गुपचुप तरीके से 600 मीटर दूर चैतन्य हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया। परिजनों को इसकी जानकारी तक नहीं दी। डॉक्टर परिजनों को गुमराह करते रहे। बच्चे के होश में आने तक इंतजार की बात कहते रहे।
देर रात चैतन्य हॉस्पिटल ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया, जिससे आक्रोशित परिजनों ने जनकल्याण आई हॉस्पिटल पहुंचकर जमकर हंगामा किया। इसके बाद डॉक्टर और पूरा स्टाफ अस्पताल बंद करके भाग गया। परिजनों ने गाजीपुर थाने में डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दी है। बच्चे का परिवार पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंच गया है।
बच्चे के चाचा अर्जुन ने बताया, गाजीपुर थाना क्षेत्र के जनकल्याण आई हॉस्पिटल में आंख के ऑपरेशन के लिए भतीजे अमन मिश्रा (10) को भर्ती कराया था। अस्पताल की लापरवाही के कारण अमन की मौत हुई है।