भास्कर न्यूज़ एजेंसी (अमेठी जिला )
एचबीएनसी (गृह आधारित नवजात शिशु एवं महिला की देखभाल ) इस विषय पर माड्यूल का तीसरे चरण का पांच दिवसीय प्रशिक्षण शुक्रवार को समाप्त हो गया। इस दौरान सभी आशा बहुओं को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
भारत सरकार द्वारा शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर और प्रजनन की दर में कमी आने के उद्देश्य से गृह आधारित नवजात शिशु और महिला की देखभाल के लिए एचबीएनसी कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत आशा है की बहुओं को नवजात शिशुओं और महिलाओं की देखभाल से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी मिल जाती है।
आशाओं को क्षेत्र भ्रमण के दौरान नवजात शिशुओं के घरों का 7 अलग-अलग दिनों में भ्रमण करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। इन दिनों में 1, 3, 7, 14, 21, 28 और 42वें दिन नवजात शिशुओं और महिलाओं की स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी की जाती है, ताकि वह गंभीर संक्रमण की पहचान कर सके और उसका निदान किया जा सके और असमय शिशु मृत्यु को कम किया जा सके।