भास्कर न्यूज़ एजेंसी(लखनऊ )
लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल के वॉर्ड में भर्ती 12 साल के जैद की मौत मामले में इंचार्ज स्टाफ नर्स और सिस्टर को सिर्फ वॉर्निंग दी गई है। कर्मचारियों पर किसी तरह का कोई एक्शन नहीं लिया गया है। मामले में अस्पताल की जांच समिति ने 8 दिन में जांच कर रिपोर्ट डायरेक्टर को सौंप दी है।
घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने आउटसोर्स पर तैनात वॉर्ड आया है बर्खास्त कर दिया गया है। इसके अलावा NHM से तैनात नर्स के कांट्रैक्ट को भी खत्म करने की संस्तुति की है। हालांकि पीड़ित परिजनों का कहना है, कि हमें न्याय चाहिए, जो अब तक नहीं मिल पाया है
पीड़ित परिजनों से नहीं की कोई बात जैद की मां तबस्सुम अभी न्याय की आस लगाए बैठी हैं। तबस्सुम ने कहा- मेरे बेटे को डेंगू हुआ था, उसकी तबीयत में आराम भी था। पर आया के इंजेक्शन देने के बाद से ही उसकी मौत हो गई है।
जांच टीम में शामिल लोगों में से किसी ने हमसे कोई संपर्क नहीं किया। जांच में क्या निकल कर आया ये भी हमें नहीं पता चल पाया है। बस मोबाइल फोन में ये मैसेज आया कि डेथ सर्टिफिकेट बन गया है।