कानपुर – जब तक सनातन बोर्ड नहीं बनेगा, तब तक हम शांत नहीं बैठेंगें। ये देश मेरा है, इस देश में पहला अधिकार मेरा है… देश में कोई भी बाहरी विचारधारा नहीं चलेगी। वक्फ बोर्ड देश की विचारधारा नहीं, बाहरी विचारधारा है। हमारी विचारधारा सनातन बोर्ड है, हमे सनातन बोर्ड चाहिए।’ यह बातें मंगलवार को पंडित देवकी नंदन महाराज ने कानपुर में श्रीमद भागवत कथा के दौरान कही।
सब कुछ देखने के बाद भी अगर हम चुप हैं तो मूर्ख हैं
मोतीझील में मंगलवार को श्रीमद भागवत कथा का तीसरा दिन था। देवकी नंदन महाराज ने कहा- ‘अगर हम आराम से बैठ गए तो हमारे बच्चों को बैठने का मौका नहीं मिलेगा, कोई बैठने ही नहीं देगा। सब कुछ देखने के बाद भी अगर हम चुप हैं तो हम मूर्ख हैं। भविष्य में आने वाले संकट को जो नहीं समझते उन्हें समझदार नहीं कहा जा सकता। हमारे ऋषियों ने कहा है कि जब हमें पता हो इस वृक्ष में विषयुक्त फल लगेंगे तो समझदार लोग उस वृक्ष को बढ़ने नहीं देते, उसे पहले की काट देते है। अब तुम तय करो कि तुम्हे विषयुक्त वृक्ष काटना है या समय आने पर अपने बच्चों को कटने देना है। हम सबको अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए एक साथ खड़े होना पड़ेगा।’