अधेड़ ग्रामीण ने फांसी लगाकर किया आत्महत्या का असफल प्रयास
-जब तक फंदे पर झूल पाता तब तक परिजनों ने देखा और नीचे उतार लिया
भास्कर न्यूज : –
रिपोर्टर जयपाल सिंह यादव
कायमगंज / फर्रुखाबाद
बताया जा रहा है कि जब कोई भी व्यक्ति अपनी जिंदगी के सारे विकल्प खोज कर भी जिंदगी जीने की उम्मीद छोड़ देता है या यूं कहा जाए कि तत्कालीन परिस्थितियों से इतना खिन्न हो जाता है कि वह जीवन जीना ही नहीं चाहता और ऐसी स्थिति में उसका मानसिक संतुलन नियंत्रण में नहीं रहता इसी के चलते वह अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए आत्महत्या जैसा घातक कदम उठा लेता है । आए दिन आत्महत्या की घटनाएं सामने आ रही हैं । इन्हीं में से आज एक और घटना सामने आई जिसके अनुसार कोतवाली क्षेत्र के गांव कुबेरपुर में एक58 बर्षीय ग्रामीण ने फांसी का फंदा अपने गले में डाला किंतु संयोग से फिलहाल उसकी जान बची हुई है । बताया गया कि नगर से सटे गांव कुबेरपुर निवासी 58 वर्षीय सुनील ने घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। उसकी पत्नी सुनीता ने बताया उस समय घर पर कोई नहीं था। जब सुनील फांसी लगा रहा था । तभी घर के सामने रहने वाली उसकी देवरानी ने देख लिया और शोर मचाया। आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उसे फांसी के फंदे से नीचे उतारा । उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे लोहिया अस्पताल फर्रुखाबाद रेफर कर दिया गया। परिजनों ने बताया कि 6 माह पहले भी वह आग लगाने का प्रयास कर चुका है। कस्बा चौकी प्रभारी नागेंद्र सिंह ने बताया कि परिजनों की तरफ से कोई सूचना नहीं आई है । लेकिन जानकारी मिली कि शराब के नशे में ग्रामीण ने फांसी लगाने का प्रयास किया है।
अधेड़ ग्रामीण ने फांसी लगाकर किया आत्महत्या का असफल प्रयास -जब तक फंदे पर झूल पाता तब तक परिजनों ने देखा और नीचे उतार लिया
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