मौनी अमावस्या पर गंगा की अविरल पावन धारा में स्नान करने उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
-तीर्थ क्षेत्र कंपिल से लेकर जनपद कन्नौज तक गंगा के घाटों पर पहुंच कर श्रद्धालु स्नान कर दान पुण्य के साथ कर रहे हैं हवन पूजन
भास्कर न्यूज : –
रिपोर्टर – जयपालसिंह यादव
कायमगंज / फर्रुखाबाद
भारतीय सभ्यता और संस्कृति की मान्य प्राचीन परंपराओं के अनुसार गंगा जनमानस की आस्था से जुड़ी हुई पावन धारा है । ऐसा माना जाता है कि गंगा स्नान से पुण्य लाभ प्राप्त होता है । खास कर आज मौनी अमावस्या के दिन श्रद्धा पूर्वक गंगा स्नान करने से साथ ही दृढ़ संकल्प लेकर यदि कोई व्यक्ति भटकी हुई राह से शुभ कर्म की ओर अग्रसर होता है तो उसका जीवन सुखद हो जाता है । साथ ही बड़े तप की तरह उसे गंगा स्नान से मोक्ष का लाभ भी अंतोगत्वा प्राप्त हो जाता है l. जैसी मान्य धार्मिक परंपराओं के अनुसार जब भी कोई स्नान पर्व होता है तो दूरस्थ क्षेत्रों से चलकर आने वाले गंगा भक्त मां गंगा का दर्शन कर स्नान करते हैं । आज बुधवार को मौनी अमावस्या होने के कारण स्नान पर्व का महत्व और बढ़ जाता है । ऐसे में श्रद्धालुओं का गंगा तटों पर सवेरे से ही बड़ी संख्या में आना शुरू हो गया । कंपिल क्षेत्र के धार्मिक महत्व के चलते यहां के अटैना गंगा घाट पर जहां एक रामनगरिया क्षेत्र आबाद हो गया है । वहां पहुंच कर लोग ब्रह्म मुहूर्त से ही गंगा स्नान करने लगे । हर-हर गंगे उद्घोष के साथ हवन पूजन दान पुण्य का सिलसिला शुरू हुआ जो दोपहर ढलने तक जारी रहा । यह स्थान जनपद फर्रुखाबाद -बदायूं -शाहजहांपुर तथा जनपद कासगंज के सीमावर्ती क्षेत्र पर स्थित है । इसलिए यहां कई जनपदों से गंगा भक्त आकर गंगा की अविरल पावन धारा में डुबकी लगा रहे हैं । ठीक इसी तरह नगर कायमगंज के उत्तर ओर स्थित मां गंगा के पावन तटों
पर तथा शमशाबाद क्षेत्र स्थित ढाई घाट एवं पांचाल घाट फर्रुखाबाद पर जिसे अपरा काशी का नाम दिया गया है । यहां भव्य रूप से रामनगरिया सजी हुई है । इन सभी स्थानों पर श्रद्धालु बहुत बड़ी संख्या में पहुंचकर गंगा स्नान कर रहे हैं । अब तक लाखों की संख्या में इन सभी घाटों पर पहुंचकर श्रद्धालुओं ने गंगा की पावन धारा में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ प्राप्त किया । स्नान – दान का यह सिलसिला लगातार जारी है । इसी तरह जनपद मुख्यालय से कन्नौज की तरफ गंगा के पावन तट पर श्रृंगीरामपुर ,राजघाट कन्नौज आदि स्थानों पर भी श्रद्धालु पहुंच रहे हैं । खासकर महिलाएं वाद्य यंत्रों की धुन पर मां गंगा का भजन कीर्तन करती हुई पावन तट की ओर पहुंचकर स्नान कर गंगा आरती आदि धार्मिक कार्यक्रम करने में व्यस्त दिखाई दे रही थी । कुल मिलाकर आज भी भारतीय जनमानस में पावन गंगा का बहुत अधिक महत्व एवं आस्था है ।
=*की गई है कड़ी सुरक्षा व्यवस्था* =
बसों तथा पैदल या फिर अपने निजी वाहनों से गंगा भक्त मौनी अमावस्या पर पुण्य लाभ अर्जित करने के लिए गंगा तट पर आ रहे हैं । गंगा के घाटों तथा चिन्हित अन्य स्थानों पर प्रशासनिक स्तर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं । वही पांचाल घाट – कंपिल अटेना घाट . श्रृंगीरामपुर घाट – राजघाट कन्नौज के साथ ही ऐसे गंगा घाट जहां श्रद्धालुओं की भीड़ कुछ अधिक है । हर जगह सतर्कता वर्ती जा रही है । इसी के साथ कंपिल में थाना प्रभारी विश्वनाथ आर्य पर्याप्त पुलिस बल के साथ सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले दिखाई दे रहे थे । वहीं कोतवाली कायमगंज क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गंगा घाटों पर कोतवाली कायमगंज के प्रभारी निरीक्षक पुलिस बल के साथ, जबकि शमशाबाद के ढाई घाट पर शमशाबाद थाना पुलिस कड़ी निगरानी के साथ सुरक्षा व्यवस्था में लगी हुई है । समाचार लिखे जाने तक हर गंगा तट पर भले ही श्रद्धालुओं की भीड़ बहुत अधिक आ रही है । लेकिन फिर भी सुरक्षा व्यवस्था होने के कारण अब तक किसी भी अप्रिय घटना का कोई समाचार नहीं है । आशा की जाती है कि इस पावन मौनी अमावस्या पर हर श्रद्धालु मां गंगा का दर्शन पूजन स्नान हवन आदि पुनीत कार्य करने के उपरांत सकुशल अपने गंतव्य पर पहुंचेगा ।
मौनी अमावस्या पर गंगा की अविरल पावन धारा में स्नान करने उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
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