भास्कर न्यूज़ संवाददाता
23 फरवरी 2025
हरदोई (लक्ष्मीकान्त पाठक)वन रेंज कछौना के अंतर्गत विलुप्त पक्षी गिद्ध को ग्रामीणों ने देख। ग्रामीणों के कौतूहल का दृश्य था, काफी ग्रामीणों का जमावड़ा लग गया, जागरूक नागरिकों ने वन विभाग को सूचना दी। वन क्षेत्राधिकारी विनय कुमार सिंह जादौन ने वन विभाग की टीम को मौके पर भेजा, ग्रामीणों के ज्यादा संख्या में जमा होने के कारण टीम के पहुंचने पर यह गिद्ध पक्षी उड़ गए थे। वन क्षेत्राधिकारी विनय कुमार जादौन ने बताया मुख्यमंत्री योगी के अथक प्रयास से महाराजगंज में जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र बनाया गया है। जिसके परिणाम स्वरुप विलुप्त पक्षी गिद्धों का पुनः चहल दिखने लगी है। प्रदेश में लगातार गिद्धों की संख्या में बढोत्तरी देखने को मिल रही है। कछौना रेंज में वन क्षेत्राधिकारी विनय कुमार सिंह जादौन द्वारा पर्यावरण व जीवजंतुओं की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। यह पशु पक्षियों के प्रति काफी संवेदनशील है। क्षेत्र में अवैध शिकार पर प्रभावी कार्यवाही की, विशेष जाति नट प्रजाति के लोगों के दैनिक जीवन की शुरुआत पशु पक्षियों व जीव जंतुओं का शिकार करते थे। उन पर नजर रखकर कार्यवाही की गई। भारत में नौ प्रजाति के गिद्ध पाए जाते हैं। जिनका आबादी पशुओं की दी जाने वाली दवा डाइक्लोफेनेक की वजह से गिद्धों का जीवन संकट खड़ा हो गया था। वही पशु पक्षियों के जीवन में टावरों से निकलने वाली रेडियो एक्टिव किरणें व कारखानों का धुंआ प्रदूषण व वाहनों के अंधाधुंध प्रयोग से निकलने वाला प्रदूषण व तालाबों झीलों में सिंघाड़ा की फसल डालने वाले अंधाधुंध कीटनाशक दवाओं के प्रयोग से सबसे ज्यादा जीव जंतु पशु पक्षियों के जीवन पर दुष्प्रभाव पड़ा है। गिद्ध परस्थिति की दृष्टि से महत्वपूर्ण पक्षी है। यह गिद्ध मृतक पशुओं को खाकर पर्यावरण संरक्षण में सहायक होते हैं। कई दशक पूर्व गिद्धों की संख्या काफी थी, लेकिन धीरे-धीरे यह पक्षी विलुप्त हो गया था। पर्यावरण सहायक पक्षी गिद्धों को देखकर ग्रामीण काफी उत्साहित है।