– हंगामा बढ़ता देख बुलायी गई पुलिस – स्वंय सहायता समूह पदाधिकारियों ने कहा कि वितरण ना होने की पहले से ही अधिकारियों को पत्र सौंप का जा चुकी है शिकायत
भास्कर न्यूज एजेंसी –
(तहसील संवाददाता – जयपालसिंह की रिपोर्ट )
कायमगंज /फर्रुखाबाद
बाल पोषाहार वितरण में हो रहे घोटाले का यह मामला जहां आज हंगामा होने से चर्चा का विषय बन गया , क्षेत्र के आंगनबाडी केन्द्र जिजपुरा का बताया जा रहा है । यहां आज तीन माह के बाद वितरण के लिए जैसे ही राशन केन्द्र गोदाम पर आने की भनक लगी वैसे ही पात्र महिलायें वहां पहुंच गई । पात्र लाभार्थियों ने राशन देने के लिए कहा – तो उन्हें आज की बजाय अगले दिन वितरण करने का बहाना कर टरकाने की कोशिश की जाने लगी । वस यहीं से हंगामा शुरू हो गया । हंगामे की शुरुआत में कहा गया कि इस बार भी केवल एक माह का ही राशन दिया जायेगा । तो महिलाओं ने आपत्ति जताई और कहा कि बीत चुके माह में भी केवल एक ही महीने का राशन देकर टरका दिया गया था । इसलिए उन्हें अपना इस माह तक का कुल मिलाकर तीन महीने का राशन दिया जाए। लेकिन कालाबाजारी की लत लग जाने तथा राशन हडप कर विततरण ना करने का आरोप लगा – पात्र लाभार्थी हंगामा करने लगे । स्थिति बिगड़ती देख राशन वितरण करने वालो में से या अन्य किसी ने डायल 112 को सूचित किया । मौके पर पहुंची पुलिस ने समझा बुझाकर हंगामा शांत कराया । किन्तु राशन वितरण का मामला फिर भी सुलझ नहीं सका है । हंगामें तथा आरोपों की बौझार जैसी बदहाल वितरण व्यवस्था की स्थिति का वीडियो भृष्टाचार की कहानी वयां करता हुआ तेजी से वायरल हो रहा है ।
इनसैट : –
स्वंय सहायता समूह तथा कार्यकत्रीं खुद का पल्ला झाड़ लगा रहे एक दूसरे पर आरोप
कायमगंज –
ग्राम पंचायत जिजपुरा के आंगनबाड़ी केंद्र पर हुए हंगामा के बाद वहां पहुंचे कुछ मीडिया कर्मियों ने जब इस मामले की जानकारी करने का प्रयास किया तो बताया गया कि सीडीपीओ के यहां से राशन का उठान यहां का सखी महिला स्वयं सहायता समूह करता है और इससे राशन प्राप्त कर आंगनबाड़ी कार्यकत्री वितरण करती हैं । इस संबंध में स्वयं सहायता समूह की सदस्य तथा पदाधिकारी दुर्गा व स्वाती ने कहा कि बे हर बार ड्राई राशन का उठान सीडीपीओ के यहां से करके आंगनवाडी को उपलब्ध करा देती हैं । किन्तु यह राशन का वितरण लाभार्थी कुपोषित बच्चों , धात्री माताओं एवं गर्भवती महिलाओं को सही ढंग से नहीं करती हैं । उनका आरोप है कि कार्यकत्रीयों के पति कमलेश व राकेश द्वारा सीधे गोदाम से राशन प्राप्त कर घर ले जाकर केवल अपने संबंधियों को तो देते हैं बाकी को कभी कभार थोड़ा बहुत देकर टरका दिया देते हैं । या फिर राशन लाभार्थियों को देते ही नहीं हैं । इस बारे में कहने पर स्वंय सहायता समूह का काम ही बंद कराने की धमकी दी जाती है । समूह की पदाधिकारियों ने अधिकारियों के नाम से कार्यकत्रियों द्वारा9 हजार रुपए की भी मांग करने का गंभीर आरोप लगा कहा कि वे इस मामले की लिखित शिकायत खंड विकास अधिकारी से कर चुकी हैं । साथ ही उन्होंने सीडीओ आदि अधिकारियों से भी लिखित शिकायत की है । फिर भी अब तक कोई जांच या कार्यवाही नहीं हुई है । वहां मौजूद पात्र लाभार्थी महिलाएँ चीख – चीख कर वितरण ना होने का आरोप लगा रहीं थीं । जिसका विरोध कर आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां लगाये जा रहे आरोपों को गलत ठहराने के लिए अपना तर्क दे रहीं थीं ।
इनसैट : –
क्या बोले जिम्मेदार –
कायमगंज –
बाल पोषाहार वितरण घोटाला मामले में खंड विकास अधिकारी कायमगंज का कहना कहना था कि एप्लीकेशन ( शिकायती पत्र ) मिला है । विभागीय जांच का आदेश भी जारी कर दिया गया है । जांच रिपोर्ट आने पर ही कार्रवाही संभव होगी ।
आंगनवाडी कार्यकत्रियों पर लाभार्थियों ने तीन महीने से बाल पोषाहार राशन वितरण ना करने का लगाया आरोप
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