भास्कर न्यूज़ संवाददाता
01 अप्रैल 2025
फर्रुखाबाद- अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को उपजिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर नवरात्रि के दौरान मांस-मछली की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की। जिला महामंत्री सनी गुप्ता के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने यह ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि हिंदुओं के पावन पर्व नवरात्रि के दौरान शहर में विशेष रूप से मंदिरों के आसपास अवैध रूप से संचालित मीट की दुकानों को बंद कराया जाए।
ज्ञापन में कहा गया कि मंदिरों के निकट कुछ दुकानदारों द्वारा अवैध रूप से मांस विक्रय किया जा रहा है। जिससे श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं। आरोप लगाया गया कि इन दुकानदारों द्वारा अपवित्र पदार्थों को सड़कों और नालियों में फेंका जाता है। जिससे मंदिरों के आसपास गंदगी फैलती है और भक्तों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। राष्ट्रीय बजरंग दल के पदाधिकारियों ने प्रशासन से नवरात्रि के दौरान सभी मीट की दुकानों को बंद कराने, अवैध दुकानों पर कार्रवाई करने तथा स्वच्छता बनाए रखने के निर्देश देने की मांग की। साथ ही, फूड विभाग को आदेशित करने की अपील की गई कि वह मीट दुकानों की स्वच्छता की सख्त निगरानी करें। ज्ञापन में प्रशासन से यह भी अनुरोध किया गया कि राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को प्रशासन के साथ मिलकर सभी मीट दुकानों के अनुमति पत्र सत्यापित करने का अधिकार दिया जाए। कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनका उद्देश्य प्रशासन का सहयोग करना और हिंदू समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित कराना है।राष्ट्रीय बजरंग दल के पदाधिकारियों ने प्रशासन से अनुरोध किया कि जो भी व्यक्ति हिंदू धर्म की भावनाओं को आहत करने का प्रयास करता है। उसके खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाए। इस दौरान राष्ट्रीय बजरंग दल के जिला अध्यक्ष हिमांशु गुप्ता (गौ रक्षा प्रमुख), विष्णु मिश्रा (जिला अध्यक्ष, बजरंग दल), हिमांशु दुबे, पंकज राठौर (जिला महामंत्री) सहित अन्य कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन उचित कदम नहीं उठाता है, तो संगठन इस मुद्दे को लेकर आगे की रणनीति तय करेगा।जिलाधिकारी ने ज्ञापन प्राप्त कर कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित कदम उठाए जाएंगे और संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया जाएगा कि मंदिरों के आसपास स्वच्छता एवं कानून व्यवस्था बनाए रखी जाए।